दशहरा पर्व
।।आओ मिलकर मनाये दशहरा महोत्सव , करे एक संकल्प ,
करे एक बुराई का खात्मा , करे बुराई पर अच्छाई की जीत,।।
करे एक बुराई का खात्मा , करे बुराई पर अच्छाई की जीत,।।
दशहरा भगवान श्री राम की रावण विजय वा माँ दुर्गा द्वारा महिषासुर का वध अर्थात बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है ।
मान्यता है कि , आज के दिन से कोई भी अच्छा काम शुरू करो सफलता मिलती हैं , पुराने ज़माने में राजा भी आज के दिन भगवान से रण क्षेत्र में विजय कामना करते थे ।
वर्तमान समाज में कई बुराइयां छिपी हुई हैं , जैसे लूटपाट, छोरी ,छल कपट, भाई भाई में तकरार , छेड़छाड़ इत्यादि. अगर देखा तो एक समस्या सबसे अधिक है, महिलाओं के साथ छेड़छाड़ , और यह समस्या इतनी बड़ी है इसे न हम कम कर सकते न कोई सरकार कम कर सकती ,क्योंकि यह एक मानसिक अवसाद हैं अर्थात मन की कटुता ,मन की गंदगी, कहे तो एक नकारात्मक सोच है,
इस नकारात्मक सोच को किसी कानून से नही रोक जा सकता,इसके लिए या तो मन का मेल/ गंदगी/ नकारात्मक सोच अलग करनी पडेगी , जिसके लिए खुद की सोच बदलनी पड़ेगी , या तो फिर इन गंदे दिमागों में डर पैदा करके ही इसे रोका जा सकता है,
अब देखो अपनी सोच है हम बदल सकते है खुद से लेकिन खुद एक के सही होने से ये अपराध कम तो हो नही जाएगा, इसलिए हम अब साथ में दूसरा उपाय मतलब की डर पैदा करने का काम भी साथ में करेंगे, अब डर पैदा करने का मतलब ये नही की किसी ने कुछ किया तो उसको मरना शुरू करना या गोली बंदूक लेकर या डंडे से उसकी पिटाई करना ।
डर पैदा करने के लिए बस इतना करना कि अगर कोई किसी को परेशान/ छेड़छाड़ करते दिखे तो उसके पास जाकर खड़े होना और तेज आवाज में "जय श्री राम "/भारत माता की जय"/वंदे मातरम"/ चिल्लाना है, जिससे उसे लगे आ गया कोई देशभक्त अब भागने में फायदा है।
अब आप सोच रहे होंगे कि इन शब्दों मे ऐसा क्या है जिससे बो डर जायेगा,, तो सुनो ये कोई साधारण शब्द नही है ये बो शब्द हैं जो लाखों लोगों मे ऊर्जा प्रवाह करते हैं, जैसे "वंदे मातरम " भारतीय सेना की टुकड़ी नारा है"जय श्रीराम " वानर सेना का नाराहै।
अब तो आप समझ ही गए होंगे ना क्या करना,
🙏🙏आप सभी को इस पावन पर्व की बहुत सारी शुभकामनाएं।।🙏🙏
वर्तमान समाज में कई बुराइयां छिपी हुई हैं , जैसे लूटपाट, छोरी ,छल कपट, भाई भाई में तकरार , छेड़छाड़ इत्यादि. अगर देखा तो एक समस्या सबसे अधिक है, महिलाओं के साथ छेड़छाड़ , और यह समस्या इतनी बड़ी है इसे न हम कम कर सकते न कोई सरकार कम कर सकती ,क्योंकि यह एक मानसिक अवसाद हैं अर्थात मन की कटुता ,मन की गंदगी, कहे तो एक नकारात्मक सोच है,
इस नकारात्मक सोच को किसी कानून से नही रोक जा सकता,इसके लिए या तो मन का मेल/ गंदगी/ नकारात्मक सोच अलग करनी पडेगी , जिसके लिए खुद की सोच बदलनी पड़ेगी , या तो फिर इन गंदे दिमागों में डर पैदा करके ही इसे रोका जा सकता है,
अब देखो अपनी सोच है हम बदल सकते है खुद से लेकिन खुद एक के सही होने से ये अपराध कम तो हो नही जाएगा, इसलिए हम अब साथ में दूसरा उपाय मतलब की डर पैदा करने का काम भी साथ में करेंगे, अब डर पैदा करने का मतलब ये नही की किसी ने कुछ किया तो उसको मरना शुरू करना या गोली बंदूक लेकर या डंडे से उसकी पिटाई करना ।
डर पैदा करने के लिए बस इतना करना कि अगर कोई किसी को परेशान/ छेड़छाड़ करते दिखे तो उसके पास जाकर खड़े होना और तेज आवाज में "जय श्री राम "/भारत माता की जय"/वंदे मातरम"/
अब आप सोच रहे होंगे कि इन शब्दों मे ऐसा क्या है जिससे बो डर जायेगा,, तो सुनो ये कोई साधारण शब्द नही है ये बो शब्द हैं जो लाखों लोगों मे ऊर्जा प्रवाह करते हैं, जैसे "वंदे मातरम " भारतीय सेना की टुकड़ी नारा है"जय श्रीराम " वानर सेना का नाराहै।
अब तो आप समझ ही गए होंगे ना क्या करना,
🙏🙏आप सभी को इस पावन पर्व की बहुत सारी शुभकामनाएं।।🙏🙏
अंकित महेश कुमार जैन
Thankyou😊
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